नस्लभेद सिर्फ फुटबॉल में नहीं, क्रिकेट में भी, क्रिस गेल ने कहा, मैं भी हो चुका हूं शिकार
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अमेरिका (America) के मिनेपोलिस में अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की मौत के बाद हंगामा मचा है । अमेरिका (America) के कई शहरों में लोग सड़कों पर निकल आये हैं । नस्लभेद को लेकर कई खिलाड़ियों ने भी अपनी राय रखी है । इसी बीच वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल (Chris Gayle) ने खुलासा किया है कि नस्लभेद को लेकर वह कई बातें सुन चुके हैं और ना सिर्फ फुटबॉल में बल्कि क्रिकेट में भी नस्लभेद होता है ।
क्रिस गेल (Chris Gayle) ने ट्विटर (Twitter) पर लिखा है कि अश्वेत लोगों की जिंदगी भी दूसरों के जीवन की तरह कीमती है। अश्वेत लोग मायने रखते हैं। नस्लभेदी भाड़ में जाएं। मैंने पूरी दुनिया घूमी है। इस दौरान कई नस्लभेदी बातें सुनी हैं, क्योंकि मैं अश्वेत हूं। विश्वास मानिए, यह लिस्ट बढ़ती चली जाएगी । नस्लभेद सिर्फ फुटबॉल में ही नहीं है, बल्कि क्रिकेट में भी है। यहां तक कि कई क्रिकेट टीमों के अंदर भी मुझे यह अहसास कराया गया कि मैं एक अश्वेत हूं ।
वहीं क्रिस गेल (Chris Gayle) के अलावा उनके हमवतन डैरेन सैमी (Darren Sammy) ने कहा है कि काले लोगों ने काफी लंबे समय संघर्ष किया है । आईसीसी और अन्य सभी क्रिकेट बोर्ड आप नहीं देख रहे हैं कि मेरे जैसे लोगों का क्या हाल हो रहा है? क्या आप मेरे जैसे लोगों के सामाजिक न्याय के लिए नहीं बोलेंगे? यह सिर्फ अमेरिका के बारे में नहीं है। यह चुप रहने का समय नहीं है। मैं आपको सुनना चाहता हूं ।
क्यों मचा है हंगामा
दरअसल अमेरिका के मिनेपोलिस में 26 मई को धोखाधड़ी के एक मामले में गिरफ्तार अश्वेत नागरिक जार्ज फ्लॉयड (George Floyd) को पूछताछ के दौरान एक पुलिस अफसर ने फ्लॉयड को सड़क पर ही गिरा दिया था । पुलिस अफसर ने अपने घुटने से उसकी गर्दन को करीब 8 मिनट तक दबाए रखा, जिसकी वजह से फ्लॉयड की मौत हो गई। घटना के बाद अमेरिका में हंगामा मचा है । लोगों के विरोध के बाद अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी समेत 40 शहरों में कर्फ्यू लगा है।