पीएम मोदी ने रखी राम मंदिर की नींव, कहा, श्रीराम के आदर्शों के साथ भारत बढ़ रहा आगे
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Pm narendra modi (Photo- twitter)
अयोध्या. पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir in Ayodhya) की आधारशिला रखी। मंदिर की नींव खोदने के लिये चांदी के फावड़े का इस्तेमाल किया गया। रामलला को मखमल के हरे और भगवा रंग के वस्त्र पहनाए गए हैं। वस्त्रों पर नौ तरह का रत्न लगाया है। इस दौरान संघ प्रमुख मोहन भागवत, सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी मौजूद रहीं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भगवान राम का यह मंदिर युगों- युगों तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा। आज भारत श्रीराम के आदर्शों के साथ आगे बढ़ रहा है।
समस्त देशवासियों को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर भूमिपूजन की हार्दिक शुभकामनाएं। #JaiShriRam pic.twitter.com/POAam6jM0h
— BJP (@BJP4India) August 5, 2020
पीएम मोदी ने इससे पहले रामलला के दर्शन किए और उनके चरणों में लेटकर शीश नवाया। पीएम मोदी ने पंडाल में बैठकर भूमि पूजन किया। इस दौरान सभी मौजूद पंडित भूमि पूजन के लिए लगातार मंत्र का उच्चारण करते रहे। कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा गया।

देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राम मंदिर के शुभारंभ पर खुशी जताई है। रामनाथ कोविंद ने लिखा है कि राम-मंदिर निर्माण के शुभारंभ पर सभी को बधाई! मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के मंदिर का निर्माण न्यायप्रक्रिया के अनुरूप तथा जनसाधारण के उत्साह व सामाजिक सौहार्द के संबल से हो रहा है। मुझे विश्वास है कि मंदिर परिसर, रामराज्य के आदर्शों पर आधारित आधुनिक भारत का प्रतीक बनेगा।
राम-मंदिर निर्माण के शुभारंभ पर सभी को बधाई! मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के मंदिर का निर्माण न्यायप्रक्रिया के अनुरूप तथा जनसाधारण के उत्साह व सामाजिक सौहार्द के संबल से हो रहा है। मुझे विश्वास है कि मंदिर परिसर, रामराज्य के आदर्शों पर आधारित आधुनिक भारत का प्रतीक बनेगा।
— President of India (@rashtrapatibhvn) August 5, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि इस मंदिर के साथ सिर्फ नया इतिहास ही नहीं रचा जा रहा, बल्कि इतिहास खुद को दोहरा भी रहा है। आज भी भारत के बाहर दर्जनों ऐसे देश हैं जहां, वहां की भाषा में रामकथा, आज भी प्रचलित है। मुझे विश्वास है कि आज इन देशों में भी करोड़ों लोगों को राम मंदिर के निर्माण का काम शुरू होने से बहुत सुखद अनुभूति हो रही होगी। पीएम ने कहा कि श्रीराम के नाम की तरह ही अयोध्या में बनने वाला ये भव्य राममंदिर भारतीय संस्कृति की समृद्ध विरासत का द्योतक होगा और अनंतकाल तक पूरी मानवता को प्रेरणा देगा।
पीएम मोदी ने कहा कि श्री रामचंद्र को तेज में सूर्य के समान, क्षमा में पृथ्वी के तुल्य, बुद्धि में बृहस्पति के सदृश्य. और यश में इंद्र के समान माना गया है। श्रीराम का चरित्र सबसे अधिक जिस केंद्र बिंदु पर घूमता है, वो है सत्य पर अडिग रहना। इसीलिए ही श्रीराम संपूर्ण हैं। जीवन का ऐसा कोई पहलू नहीं है, जहां हमारे राम प्रेरणा न देते हों। भारत की ऐसी कोई भावना नहीं है जिसमें प्रभु राम झलकते न हों। भारत की आस्था में राम हैं, भारत के आदर्शों में राम हैं ।

उन्होंने कहा कि राम समय, स्थान और परिस्थितियों के हिसाब से बोलते हैं, सोचते हैं, करते हैं। राम हमें समय के साथ बढ़ना सिखाते हैं, चलना सिखाते हैं। राम परिवर्तन के पक्षधर हैं, राम आधुनिकता के पक्षधर हैं। उनकी इन्हीं प्रेरणाओं के साथ, श्रीराम के आदर्शों के साथ भारत आज आगे बढ़ रहा है । भारत की दिव्यता में राम हैं, भारत के दर्शन में राम हैं ।
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व की सबसे अधिक मुस्लिम जनसंख्या इंडोनेशिया में है, वहां पर भी रामायण का पाठ होता है। पीएम ने बताया कि कंबोडिया, श्रीलंका, चीन, ईरान, नेपाल समेत दुनिया के कई देशों में राम का नाम लिया जाता है। हमें ये भी सुनिश्चित करना है कि भगवान श्रीराम का संदेश, राममंदिर का संदेश, हमारी हजारों सालों की परंपरा का संदेश, कैसे पूरे विश्व तक निरंतर पहुंचे। कैसे हमारे ज्ञान, हमारी जीवन-दृष्टि से विश्व परिचित हो, ये हमारी, हमारी वर्तमान और भावी पीढ़ियों की ज़िम्मेदारी है।

पीएम ने कहा कि प्रभु श्रीराम ने हमें कर्तव्यपालन की सीख दी है, अपने कर्तव्यों को कैसे निभाएं इसकी सीख दी है। उन्होंने हमें विरोध से निकलकर, बोध और शोध का मार्ग दिखाया है। हमें आपसी प्रेम और भाईचारे के जोड़ से राममंदिर की इन शिलाओं को जोड़ना है। भगवान राम का ये मंदिर युगों-युगों तक मानवता को प्रेरणा देता रहेगा, मार्गदर्शन करता रहेगा।