बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार पर लगा ‘ग्रहण’, जेडीयू आधे-आधे पर अड़ा, बीजेपी तैयार नहीं
1 min readपटना. बिहार (BIHAR) में मंत्रिमंडल विस्तार पर ग्रहण लग चुका है. जेडीयू (JDU) और बीजेपी (BJP) के बीच असहमति होने के कारण मंत्रिमंडल विस्तार अब अगले महीने के लिये तक टल चुका है. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक जेडीयू आधे- आधे पर अड़ा है, जबकि बीजेपी अपनी हिस्सेदारी ज्यादा चाहती है. नीतीश सरकार (Nitish Government) में फिलहाल 13 मंत्री है. कई मंत्रियों के पास पांच से छह मंत्रालय हैं. राज्य में अधिकतम 36 मंत्री बनाये जा सकते हैं. मंत्रिमंडल विस्तार के साथ- साथ राज्यपाल कोटे से विधान परिषद में मनोनयन भी अगले महीने तक टल गया है.
सीटों के लिहाज से देखें तो जेडीयू (JDU) का 12-14 और भाजपा (BJP) का 20-22 का कोटा बनता है. एक-एक मंत्री वीआईपी और जीतन राम मांझी की पार्टी हम के कोटे से एक- एक मंत्री बन सकते हैं. हम और वीआईपी से एक- एक मंत्री बनाये जा चुके हैं. मगर भाजपा- जेडीयू का कोटा खाली है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) लोकसभा चुनाव की तर्ज पर मंत्रिमंडल का विस्तार करना चाहते हैं. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) चाहते हैं कि मंत्रिमंडल में भाजपा के 17, जदयू के 17 और हम-वीआईपी के एक-एक सदस्य को जगह मिले.
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जेडीयू (JDU) नेताओं का दबी जुबान से यह भी कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Chunav) में जेडीयू की हालत के लिये लोजपा जिम्मेदार है. लोजपा बीजेपी की घटक दल है. ऐसे में भाजपा इस पर समझौता करे. वहीं बीजेपी अपनी हिस्सेदारी को लेकर अडिग है. भाजपा ने पार्टी हाईकमान तक इसकी सूचना पहुंचा दी है. अंतिम निर्णय हाईकमान को ही लेना है.
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