Deoghar Ropeway accident: 45 घंटे बाद खत्म हुआ रेसक्यू ऑपरेशन, एक और महिला की रस्सी से फिसलकर मौत
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(Photo-Social Media)
देवघर. देवघर के त्रिकुट पहाड़ पर रोपवे में फंसे सभी लोगों को निकाल लिया गया है. मंगलवार को सेना ने लगभग 45 घंटे बाद अपना रेसक्यू ऑपरेशन (Deoghar Ropeway Hadsa) खत्म कर दिया. रोपवे में फंसे 46 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया. वहीं रेसक्यू ऑपरेशन के आखिरी दिन एक और महिला की रस्सी से फिसलकर मौत हो गई, जिससे इस हादसे में मरने वालों की संख्या तीन हो गई.
रोपवे की ट्रालियों में फंसे लोगों को बचाने के लिए वायु सेना, सेना, भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की संयुक्त टीम ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. सोमवार तक 32 लोगों को निकाल लिया गया था. मंगलवार को 12 लोगों को निकाला जाना था, जिसमें 11 लोगों को सुरक्षित निकाल गया और एक महिला की रस्सी से फिसलकर गिरने से मौत हो गई. हालांकि सेना की तरफ से जाल भी लगाया गया था, मगर जाल पर गिरने के बाद महिला को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
देवघर रोपवे रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान महिला नीचे गिरी, रस्सी के केबिन में फँस जाने के बाद हुआ दर्दनाक हादसा. कल भी एक शख़्स खाई में गिर गया था. त्रिकूट पहाड़ पर 2 दिन से क़रीब 50 लोग हवा में फँसे हुए थे, रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म. pic.twitter.com/20P5TXqKOu
— Journalist Nished Thakur (@nishedthakur123) April 12, 2022
क्या है पूरी घटना ?
बता दें कि रविवार को रामनवमी होने के कारण बड़ी संख्या में लोग त्रिकुट पर्वत पर पहुंचे थे. पहाड़ पर बने मंदिर की तरफ एक साथ 26 ट्रॉलियाँ रवाना की गई थीं, जिससे रोपवे की तारों पर अचानक लोड बढ़ा और रोलर टूट (Deoghar Ropeway Hadsa) गया. घटना के बाद तीन ट्रॉलियां पहाड़ से टकरा गईं और दो नीचे गिर गई. इस घटना में एक की मौत हो गई, जबकि 12 लोग घायल हो गये. वहीं 8 ट्रॉली में सवार लगभग 49 लोग 2000 फीट ऊंचा हवा में लटक गये. रात भर उऩ्हें ट्रॉली में ही गुजाराना पड़ा. सोमवार को रेसक्यू ऑपरेशन के जरिये 34 लोगों को निकाला गया, जबकि एक व्यक्ति की मौत हुई. मंगलवार को बाकी बचे लोगों को निकाला गया और एक महिला की रस्सी से फिसलकर मौत हुई.
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