जानिये कौन हैं उमेश कुशवाहा, जिन्हेें बनाया गया बिहार जेडीयू अध्यक्ष, लग चुका है हत्या का आरोप
1 min readपटना. जेडीयू ने संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) को बिहार जेडीयू के अध्यक्ष पद (Bihar JDU President) की जिम्मेदारी दी है. 48 साल के उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) पर साल 2018 में हत्या का भी आरोप लग चुका है.
जानिये कौन हैं उमेश कुशवाहा:
उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) साल 2001 में पहली बार जिला परिषद का चुनाव जीतकर राजनीति में आये. राजनीति में उनकी शुरूआत आरजेडी से हुई. फरवरी 2005 में वैशाली की जंदाहा (Jandaha) सीट से वह आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़े. इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. 2005 में विधानसभा भंग होने के बाद हुए चुनाव में एक बार फिर उन्हें हार मिली. 2007 में उन्होंने जेडीयू का दामन थाम लिया. मगर 2010 विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी छो़ड़ दी.
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साल 2010 में जंदाहा सीट महनार विधानसभा (Mahnar Asssembly Seat) सीट में बदल गई. उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) महनार सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरे. इस बार वह तीसरे स्थान पर चले गये. साल 2012 में वह एक बार फिर जेडीयू का दामन थाम लिये. साल 2015 में आरजेडी- जेडीयू गठबंधन प्रत्याशी के रूप में महनार विधानसभा सीट (Mahnar Asssembly Seat) से मैदान में उतरे और बीजेपी प्रत्याशी अच्युतानंद सिंह को हराकर पहली बार विधायक बने. साल 2020 में वह बाहुबली नेता रामा सिंह की पत्नी और आरजेडी प्रत्याशी वीणा सिंह से चुनाव हार गये. उमेश कुशवाहा के पिता वासुदेव प्रसाद सिंह पेशे से शिक्षक रहे हैं. उमेश कुशवाहा चर्चित मनीष सहनी हत्याकांड के मुख्य आरोपी भी रहे हैं.
हत्या का लग चुका है आरोप:
साल 2018 में जंदाहा प्रखंड प्रमुख मनीष सहनी की हत्या हो गई थी. इस मामले में उमेश कुशवाहा समेत से एक 11 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी.मनीष सहनी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के जिला सचिव भी थे. हालांकि बाद में इस मामले से उमेश कुशवाहा मुक्त कर दिए गए.
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