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वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने वाली निखहत जरीन कौन हैं, मैरीकॉम ने पहचानने से किया था इनकार 

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Nikhat Zareen

(Photo-Social Media)

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत की निखहत जरीन (Nikhat Zareen) ने इतिहास रच दिया है. गुरूवार को खेले गये 52 किलो वर्ग के फाइनल मुकाबले में निखहत जरीन  ने थाइलैंड की बॉक्सर को 5-0 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा कर लिया है. 25 साल की निखहत जरीन पांचवीं भारतीय महिला बॉक्सर हैं, जिन्होंने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है

कौन हैं निखहत जरीन ?

25 साल की निखहत जरीन (Nikhat Zareen) तेलगांना के निजामाबाद जिले की रहने वाली है. निखहत जरीन चार बहनों में तीसरे स्थान पर है. उनके पिता मो. जमील अहमद परिवार के भरण पोषण के लिये गल्फ कंट्री में सेल्स ऑफिसर का काम कर चुके हैं.

करियर के शुरूआती दिनों में निखहत जरीन को निजामाबाद में ट्रेनिंग दे रहे बॉक्सर शमसुद्दीन ने उनके एटीच्यूड की वजह से बॉक्सिंग नहीं करने को कहा था. महज 13 साल की उम्र में निखहत जरीन ने बॉक्सिंग ज्वाइन किया और छह महीने के अंदर ही करीमनगर में आयोजित स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड जीता. इसके बाद उन्होंने पंजाब में रूरल नेशनल्स में भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया.

तमिलनाडु के इरोड में आयोजित सब जूनियर नेशनल प्रतियोगिता में गोल्ड जीतने के बाद वह लगातार सफलता की ऊंचाई को छूती गईं और वह आई वेंकटेश्वर राव के मार्गदर्शन में स्पोर्ट्स ऑथिरटी ऑफ इंडिया के विशाखापट्टनम स्थित कैंप में शामिल हो गई. निखहत जरीन ने साल 2011 में इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएसन वूमेंस यूथ एंड जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीता, इसके अलावा उन्होंने गुवाहाटी में आयोजित इंडिया ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में कांस्य पदक भी जीता.

मैरीकॉम ने पहचानने से किया था इनकार

साल 2019 में निखहत जरीन (Nikhat Zareen) और एमसी मैरीकॉम ओलंपिक क्वालीफायर के लिए ट्रायल्स के आयोजन को लेकर आमने-सामने हो गई थी, जिसकी खूब चर्चा हुई थी. निखहत जरीन द्वारा खेल मंत्री को ट्रायल्स के संबंध में पत्र लिखने के बाद दिग्गज महिला मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम ने कहा है कि, वह निखहत को नहीं जानती. मैरीकॉम ने कहा था कि भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) को यह फैसला करने दीजिए की वह किसे भेजना चाहते हैं. वह इस तरह की बातें कैसे कर सकती हैं? भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए वह लॉबिइंग नहीं कर सकती.

बता दें कि भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने तब बिना ट्रायल के ही एमसी मैरीकॉम को चीन के वुहान में होने वाले क्वालीफायर में भेज दिया, जिस पर निखहत जरीन ने नाराजगी जताई. निखहत जरीन को निशानेबाज अभिनव बिंद्रा का भी समर्थन मिला, मगर इससे नाराज मैरीकॉम ने अभिनव बिंद्रा को अपनी निशानेबाजी पर फोकस करने की सलाह दे डाली थी.

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