Mushtak Ahmad

हॉकी इंडिया अध्यक्ष पद से मो. मुश्ताक अहमद का इस्तीफा, ज्ञानेंद्रो निगोमबाम बने कार्यकारी अध्यक्ष

मो. मुश्ताक अहमद ने हॉकी इंडिया अध्यक्ष पद से शुक्रवार को इस्तीफा दे दिया । खेल मंत्रालय की तरफ से उनके ऊपर इस्तीफे को लेकर काफी दवाब था । मो. मुश्ताक अहमद पर राष्ट्रीय खेल संहिता के कार्यकाल संबंधी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन का आरोप लगा था । मणिपुर के ज्ञानेंद्रो निगोमबाम को उनकी जगह कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है।

हॉकी इंडिया कार्यकारी बोर्ड की शुक्रवार को आपात बैठक हुई, जिसमें ज्ञानेंद्रो निगोमबाम को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है । मुश्ताक अहमद ने सात जुलाई को ही अपना इस्तीफा बोर्ड को सौंप दिया था । हॉकी इंडिया ने कहा है कि मोहम्मद मुश्ताक अहमद का त्यागपत्र हॉकी इंडिया को सात जुलाई को मिला था जिसमें उन्होंने इसका कारण निजी और पारवारिक प्रतिबद्धताएं बताई थी, बैठक में मोहम्मद मुश्ताक अहमद का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया गया ।

खेल मंत्रालय के अनुसार मो. मुश्ताक अहमद ने 2018 में हुए चुनावों में कार्यकाल संबंधी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया था। उसी साल उन्होंने अपना पदभार संभाला था ।

हॉकी महासंघ और खेल मंत्रालय के बीच यह है विवाद:
मुश्ताक अहमद 2010 से 2014 तक हॉकी इंडिया के कोषाध्यक्ष और 2014 से 2018 तक महासचिव थे ।अध्यक्ष के तौर पर 2018 से 2022 के बीच उनका हॉकी इंडिया के पदाधिकारी के तौर पर तीसरा कार्यकाल था। खेल संहिता के अनुसार राष्ट्रीय खेल महासंघ के पदाधिकारी लगातार दो बार ही पद पर आसीन हो सकते हैं. बाद में संशोधन के बाद केवल अध्यक्ष के लिए तीन कार्यकाल मान्य किए गए। मगर खेल मंत्रालय और हॉकी महासंघ के बीच इसे लेकर एक राय नहीं है।

आरटीआई के जवाब में पाया गया था कि खेल मंत्रालय ने 2019 में अहमद के एक अक्टूबर 2018 को हॉकी इंडिया अध्यक्ष पद पर चुने जाने को खेल संहिता का उल्लंघन बताया था । मंत्रालय ने उन्हें 13 फरवरी 2019 को लिखे पत्र में पद छोड़ने और हॉकी इंडिया को नए सिरे से चुनाव कराने के लिए कहा था. इसके जवाब में हॉकी इंडिया ने कहा था कि उम्र और कार्यकाल के संशोधित दिशा-निर्देश एक मई 2010 को जारी हुए और वे पूर्वप्रभावी तरीके से लागू नहीं किए जा सकते ।