आरजेडी महासचिव संतोष मेहता ने पार्टी से दिया इस्तीफा, चुनाव में टिकट नहीं मिलने से थे नाराज
1 min readपटना. आरजेडी के महासचिव और पटना साहिब विधानसभा सीट से पूर्व प्रत्याशी संतोष मेहता (Santosh Mehta) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. 2020 विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाये जाने से संतोष मेहता (Santosh Mehta) नाराज चल रहे थे. उन्होंने प्रदेश महासचिव और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
संतोष मेहता (Santosh Mehta) ने अपने इस्तीफा में लिखा है कि इस बार के चुनाव में महागठबंधन के नाम पर यह सीट कांग्रेस की झोली में डाल दी गई. जिसके कारण मैं आरजेडी के नेतृत्व के इस फैसले से काफी आहत हूं. इसलिए मैं आरजेडी की सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं.
2015 के बिहार विधान सभा चुनाव में जब लालू यादव और नीतीश कुमार ने गठबंधन कर जब चुनाव लड़ा था तब संतोष मेहता (Santosh Mehta) काफी कम अंतर से चुनाव हारे थे. बीजेपी के नंदकिशोर यादव को जहां 88,108 वोट मिले थे. वहीं संतोष मेहता ने 85316 वोट हासिल किये थे.
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मगर 2019 के चुनाव में महागठबंधन ने यह सीट कांग्रेस को दे दी. कांग्रेस से प्रवीण सिंह चुनावी मैदान में थे. चुनाव में भाजपा के नंद किशोर यादव ने कांग्रेस के प्रवीण सिंह को 18,662 वोटों से हराया. नंद किशोर यादव को 91157 वोट और प्रवीण सिंह को 72,595 वोट मिले थे. चुनाव के दौरान संतोष मेहता के समर्थकों ने पार्टी नेतृत्व के सामने आरजेडी को यह सीट देने की अपील भी की थी. कहा जा रहा है कि टिकट नहीं मिलने से संतोष मेहता (Santosh Mehta) नाराज चल रहे थे. रविवार को उन्होंने अपना इस्तीफा पार्टी नेतृत्व को भेज दिया.
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