विवादित ‘अंपायर कॉल’ पर ICC ने लिया फैसला, DRS से जुड़े नियमों में बदलाव
1 min readभारत- इंग्लैंड के बीच हाल ही में खेली गई सीरीज में ‘अंपायर्स कॉल’ (Umpires Call) को लेकर चर्चा हुई थी. भारतीय कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) सहित कई क्रिकेटरों ने इसे खत्म करने की वकालत की है. इस मामले पर आईसीसी (ICC) ने गुरूवार को बड़ा फैसला लिया.
आईसीसी (ICC) की बोर्ड मीटिंग के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में ‘अंपायर्स कॉल’ (Umpires Call) जारी रखने का फैसला लिया गया. मौजूदा नियमों के अनुसार अगर अंपायर के नॉटआउट के फैसले को चुनौती दी जाती है जो उसे बदलने के लिए गेंद का 50 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा कम से कम एक स्टंप से टकराना चाहिए. ऐसा नहीं होने की स्थिति में बल्लेबाज नॉटआउट ही रहता है.
बोर्ड मीटिंग के बाद इसकी जानकारी देते हुए आईसीसी की क्रिकेट समिति के प्रमुख अनिल कुंबले ने कहा कि अंपायर्स कॉल (Umpires Call) को लेकर क्रिकेट समिति में शानदार चर्चा हुई और इसके इस्तेमाल का विस्तृत आंकलन किया गया. डीआरएस का सिद्धांत यह है कि मैच के दौरान स्पष्ट गलतियों को दूर किया जा सके जबकि यह भी सुनिश्चित हो कि मैदान पर फैसले करने वालों के रूप में अंपायरों की भूमिका बनी रहे. अंपायर्स कॉल से ऐसा होता है और यही कारण है कि यह महत्वपूर्ण है कि यह बरकरार रहे.
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डीआरएस और तीसरे अंपायर्स से जुड़े नियमों में कुछ बदलाव:
1. एलबीडब्ल्यू के रिव्यू के लिए विकेट जोन की ऊंचाई को बढ़ाकर स्टंप के शीर्ष तक कर दिया गया है. रिव्यू लेने पर बेल्स के ऊपर तक की ऊंचाई पर गौर किया जाएगा
2. LBW के फैसले की समीक्षा पर निर्णय लेने से पहले खिलाड़ी अंपायर से पूछ पाएगा कि गेंद को खेलने का वास्तविक प्रयास किया गया था या नहीं.
3. तीसरे अंपायर शॉर्ट रन की स्थिति में रीप्ले में इसकी समीक्षा कर पाएगा और अगर कोई गलती होती है तो अगली गेंद फेंके जाने से पहले इसे सही करेगा.
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