पटना. बिहार सरकार ने नियोजित शिक्षकों (Contract Teachers) के लिये मंगलवार को कैबिनेट में कई फैसले लिये थे। सरकार ने शिक्षकों को प्रमोशन देने, अनुकंपा के आधार पर नौकरी देने, ईपीएफ का लाभ देने और वेतन में भी 15- 22 फीसदी बढ़ोतरी करने का फैसला लिया है। मगर अब नीतीश सरकार के इस फैसले का विरोध होना शुरू हो गया है।
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने नीतीश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ ने फैसले की कॉपी का प्रति जलाकर विरोध दर्ज करने की घोषणा की है। शिक्षक 20 अगस्त को प्रखंड मुख्यालयों में बिहार सरकार के फैसले की प्रति जलायेंगे।
नीतीश सरकार ने बढ़ाया नियोजित शिक्षकों का वेतन, अनुकंपा के आधार पर नौकरी भी मिलेगी
बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि सरकार के इस फैसले से शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। राज्य सरकार से नियोजित शिक्षकों को सहायक शिक्षकों की तरह वेतनमान, राज्यकर्मी का दर्ज, पुरानी शिक्षकों की तरह सेवा शर्त, पुरानी पेंशन और अनुकंपा पर पूर्व की भांति आश्रितों को नियुक्ति की मांगों को पूरा करने का भरोसा था। परंतु सरकार के निर्णय से शिक्षक ठगा महसूस कर रहे हैं। इसके विरोध में 20 अगस्त को प्रखंड मुख्यालयों में फैसले की प्रति जलाकर विरोध किया जायेगा।
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उन्होंने कहा कि सरकार फैसले पर विचार करते हुए हमारी मांगों के संबंध में निर्णय लें। जिससे राज्य में शिक्षा व्यवस्था बेहतर हो सके। उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांग नहीं मानती है तो हमारा विरोध जारी रहेगा। 20 अगस्त के बाद आगे की रणनीति तय होगी।
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