वाराणसी. ओलंपियन लक्ष्मीकांत पांडेय उर्फ चिक्कन गुरू की स्मृति में वाराणसी में कुश्ती प्रतियोगिता (Wrestling Competition in Varanasi) का आयोजन किया गया. वाराणसी के कोईरीपुर गांव में आयोजित इस प्रतियोगिता (Wrestling Competition in Varanasi) में यूपी के 75 जिलों से आए पहलवानों ने अपना दम दिखाया. यह प्रतियोगिता साल 2010 से आयोजित की जा रही है.
महिला केसरी का खिताब कशिश को जबकि वीरेश कुल्लू को पूर्वांचल केसरी का खिताब दिया गया. पूर्वांचल कुमार खिताब गाजीपुर के पहलवान मुलायम ने जीता. प्रतियोगिता के उपरांत विजेता पहलवानों को गदा और नगद धनराशि देकर पुरस्कृत किया गया. इस मौके पर पूर्व एडीजी आरएन सिंह, हंसराज विश्वकर्मा, अजय राज, पूनम मौर्य, आर्यन सिंह, जगदीश कालीरमन, अखंड प्रताप, रामप्रकाश, गौतम सिंह, राकेश पाठक, प्रेम शंकर तिवारी, रामसेवक यादव, लालजी यादव, कपिल नारायण पांडेय सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.
देखें वीडियो:
लक्ष्मीकांत पांडेय उर्फ चिक्कन गुरू का परिचय:
वाराणसी के कोईरीपुर खुर्द गांव के ब्राह्मण परिवार में लक्ष्मीकांत पांडेय उर्फ चिक्कन गुरू का जन्म 1936 में हुआ था, लक्ष्मीकांत पांडेय उर्फ चिक्कन गुरू के पिता रामनरेश पांडेय, चाचा बलभद्र पांडेय, दीपनारायण और सरबजीत पांडेय नामी पहलवान थे. पिता और चाचा से प्रेरित होकर चिक्कन गुरू ने कुश्ती को चुना और देश- दुनिया में अपना परचम लहराया. चिक्कन पहलवान 1956 से 1961 तक लगातार राष्ट्रीय चैंपियन रहे. उन्हें यूपी केसरी का खिताब भी दिया गया. चिक्कन गुरू ने 1956 में मेलबर्न ओलंपिक में हिस्सा लिया था, हालांकि वह मेडल नहीं जीत पाये थे. 1962 के बैंकाक एशियन गेम्स में उन्होंने भारत के लिए कांस्य पदक जीता था. 1956 में ही वह यूपी पुलिस से जुड़ गये थे, साल 1990 में डीएसपी फैजाबाद के पद से उन्होंने अवकाश ग्रहण किया. छह दिसंबर 1999 को उनका निधन हो गया.
खेल जगत की अन्य लेटेस्ट खबरों के लिये Boundaryline.in पर क्लिक करें. आप हमसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर के माध्यम से भी जुड़ सकते हैं.
0 Comments