कन्कशन सब्सटीट्यूट हर्षित राणा पर मचा है बवाल, जानें क्या कहता है नियम ?
Harshit Rana controversy: इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी20 मैच में शिवम दुबे की जगह तेज गेंदबाज हर्षित राणा को उनकी जगह कनकशन (सिर में गेंद लगने से बेहोशी जैसी स्थिति) सब्स्टीट्यूट के तौर पर शामिल करने पर हंगामा मचा है. हर्षित राणा ने इस मैच तीन विकेट चटकाए और मैच में गेमचेंजर बनकर निकले, मगर उनको टीम में कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रुप में शामिल करने पर हंगामा (Harshit Rana controversy) मचा है.
शिवम दुबे (53 रन ) को भारतीय पारी के अंतिम ओवर में जेमी ओवरटन की पांचवीं गेंद हेलमेट पर लगी. अनिवार्य कनकशन परीक्षण के बाद दुबे को खेलने की अनुमति दे दी गई. हालांकि पारी की अंतिम गेंद पर वह रन आउट हो गए. भारतीय फील्डिंग के दौरान दुबे मैदान पर नहीं उतरे और कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रुप में हर्षित राणा को उतारा गया.
इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर इस फैसले (Harshit Rana controversy) से नाखुश दिखे और उन्हें मैदान पर अंपायरों से चर्चा करते देखा गया. बटलर काफी देर तक अंपायर से बात करते नजर आए और वह लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट की बात करते दिखे.
क्या कहता है नियम ?
कन्कशन सब्स्टीट्यूट को लेकर आईसीसी का नियम है कि लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट ही मिलता है, यानी जिस तरह के खिलाड़ी बाहर जाता है वैसा ही खिलाड़ी टीम में आना चाहिए. बल्लेबाज के बदले बल्लेबाज, गेंदबाज के बदले गेंदबाज और ऑलराउंडर के बदले ऑलराउंडर ही टीम आ सकता है. अगर टीम के पास ‘लाइक फॉर लाइक’ रिप्लेसमेंट नहीं है तो रेफरी इस मामले में फैसला ले सकता है कि किस खिलाड़ी को टीम में शामिल करने की इजाजत दी जा सकती है. 2019 से अभी तक कई खिलाड़ी कनकशन सब्स्टीट्यूट के तौर पर मैदान में उतर चुके हैं. इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी-20 मैच में शिवम दुबे जो बल्लेबाजी करते हैं और कभी-कभार ही गेंदबाजी करते हैं, उनकी जगह हर्षित राणा गेंदबाज को मैदान पर उतार दिया गया, जो तेज गेंदबाजी करते हैं.